दादाजी: सारा दिन मोबाइल.. 😤 फेसबुक..
बोर नहीं होता क्या तू 😩 ऐंसा क्या है उसमें? 😒😡🤬
नाती : अरे दादाजी.. आप एक काम करो, आप इसमें अपने पुराने मित्रों को ढूँढो… 😘
दादाजी : अरे, वो सब तो मेरे साथ तीसरी, चौथी तक पढ़े.. उन सबको ये समझता होगा क्या ? 😣😣😣
नाती : अरे, आप एक बार, ट्राय तो करो दादाजी! 😁😁😁
और फिर 88 साल के सदानंद जी का फेसबुक अकाउंट बनाया गया.. ✌🤓🤓🤓
आधे घंटे के भीतर, चन्द्रकान्त पाटिल, यशवंत राव और झामलू यादव, इत्यादि इनकी फ्रेंड रिक्वेस्ट आ गई!👴🏻😁
यह सब फ्रेंड रिक्वेस्ट देखते ही सदानंद (दादाजी) की आँखें चमक उठीं.. और वे नाती से बोले..
अरे, बेटा जरा देख तो.. इसमें लीलावती चौरसिया या फिर मंदाकिनी चौहान, इनका कहीं पता लगता है क्या??
😬😜🙈😂
J-11